छात्रों को बनाया जा रहा निशाना: स्कॉलरशिप के नाम पर लूट रहे लाखों रुपये, ऐसे करें अपने पैसे को सुरक्षित

साइबर क्राइम की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. ठग अलग-अलग तरीके से मासूम लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं. इसी कड़ी में ठगों ने ठगी का एक नया तरीका निकाला है. ठग लोगों को शादी, फिशिंग और स्कॉलरशिप के नाम पर बेवकूफ बनाकर उनसे लाखों रुपए चपट कर जाते हैं. ऐसे में आइए आपको हाल ही में हुई ऐसी घटना के बारे में बताते हैं. साथ ही हम बताएंगे कि आप अपने आप को इससे कैसे बचा सकते हैं.
शादी के नाम पर ठगी
तमिलनाडु साइबर क्राइम पुलिस ने ‘ऑपरेशन हाइड्रा’ के तहत सात लोगों को गिरफ्तार किया. ये लोग शादी, फिशिंग और स्कॉलरशिप घोटालों में शामिल थे. पुलिस ने उत्तराखंड, झारखंड, असम और दिल्ली में छापेमारी की. उत्तराखंड के जसपुर से मोहम्मद दाऊद (21) और मोहम्मद वसीम (34) को पकड़ा गया. ये लोग फर्जी शादी के प्रोफाइल बनाकर लोगों को ठगते थे. वे लुभावने निवेश के वादे करते और लोगों के पैसे ठग लेते. इन्होंने फर्जी बैंक खातों का इस्तेमाल पैसे छिपाने के लिए किया.
कस्टमर केयर कर्मचारी बनकर ठगी
एक दूसरे मामले में एक ठग ने ICICI बैंक के कस्टमर केयर कर्मचारी बनकर एक व्यक्ति को फोन किया. उसने व्हाट्सएप के जरिए एक APK फाइल डाउनलोड करने को कहा. इसे KYC अपडेट बताया. इससे ठग ने व्यक्ति का PAN और डेबिट कार्ड डिटेल चुरा लिया. फिर उसने फर्जी लोन के जरिए व्यक्ति के खाते से 4 लाख 5 हजार रुपये निकाल लिए. इस मामले में झारखंड से पंकज कुमार (40), असम के होजाई से हितेश्वर बिस्वास उर्फ हितु (30) और नगांव से निहार रंजन नाथ (51) को गिरफ्तार किया गया. ये लोग फर्जी लोन और फर्जी बैंक खातों के जरिए ठगी करने वाले गैंग का हिस्सा थे.
स्कॉलरशिप के नाम पर ठगी
एक और घोटाले में छात्रों को निशाना बनाया गया. ठगों ने सरकारी शिक्षा सहायता का वादा किया और छात्रों से उनके निजी डिटेल और “प्रोसेसिंग फीस” के नाम पर पैसे लिए. इसके बाद वे गायब हो गए. तंजावुर साइबर क्राइम पुलिस ने इस मामले में दिल्ली के प्रीति निकोलस और मेशाच को गिरफ्तार किया. पुलिस ने बताया कि पिछले दो महीनों में दिल्ली से स्कॉलरशिप घोटाले में नौ लोगों को पकड़ा गया. ये लोग छात्रों का डेटा इकट्ठा करते और फर्जी दस्तावेज बनाकर ठगी करते थे.
ऐसे करें बचाव
- कोई भी स्कॉलरशिप, लोन या शादी का ऑफर मिले, तो पहले उसकी आधिकारिक वेबसाइट या ऑफिस से पुष्टि करें.
- अपने आधार, पैन, बैंक डिटेल्स या पासवर्ड किसी के साथ शेयर न करें.
- स्कॉलरशिप या लोन के लिए कोई प्रोसेसिंग फीस मांगे तो सतर्क हो जाएं.
- अनजान नंबर से आए व्हाट्सएप लिंक या APK फाइल डाउनलोड न करें.
- बहुत लुभावने ऑफर (जैसे ज्यादा स्कॉलरशिप या सस्ता लोन) अक्सर फर्जी होते हैं.
- ऑनलाइन फॉर्म भरते समय वेबसाइट का URL चेक करें। यह “https://” से शुरू होना चाहिए.
- अगर आपको ठगी का शक हो तो तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन या साइबर क्राइम सेल में शिकायत करें.