ग्रॉसरी दुकान में गोमांस के शक पर दिल्ली में बवाल, नॉर्थ-ईस्ट के युवक से मारपीट; पुलिस जांच में जुटी

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बुधवार की देर शाम एक ग्रॉसरी शॉप में गोमांस की बिक्री की अफवाह पर बड़ा बवाल हुआ. देखते ही देखते दुकान के बाहर भीड़ जमा हो गई और लोगों ने हंगामा करते हुए दुकान में तोड़फोड़ की. इस दौरान नॉर्थ-ईस्ट के रहने वाले दुकानदार से मारपीट भी की गई. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक का मेडिकल कराया है. इसी के साथ दुकान में मौजूद मीट का सैंपल लेकर फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. घटना दिल्ली यूनिवर्सिटी के नॉर्थ कैंपस के पास विजय नगर का है.
डीसीपी (नॉर्थ-वेस्ट) भीष्म सिंह के मुताबिक पुलिस ने भीड को हटाकर मौके पर शांति व्यवस्था कायम कर लिया है. कहा कि दुकान में गोमांस की बिक्री का आरोप है. इसलिए मीट के सैंपल लेकर जांच के लिए लैब भेजा गया है. लैब की रिपोर्ट आने के बाद ही इस मामले में आगे की कार्रवाई होगी. उन्होंने बताया कि दुकानदार के साथ मारपीट का भी मामला सामने आया है. फिलहाल पुलिस ने दुकानदार का मेडिकल कराया और इसकी भी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि दुकानदार के खिलाफ एक 15 साल के लड़के ने शिकायत दी है.
भीड़ ने दुकान में की तोड़फोड़
उसने बताया कि बुरारी में रह रहे दुकानदार चमन कुमार की दुकान पर वह मीट खरीदने आया था. यहां उसने 400 रुपये प्रति किलो की दर से मीट खरीदा, लेकिन उसे शक है कि यह मीट गाय का है. इस लड़के क शोर मचाने पर दुकान के बाहर भीड़ जमा हो गई और लोगों ने खूब हंगामा किया. पुलिस के मुताबिक सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन उस समय तक भीड़ ने दुकानदार के साथ मारपीट कर दी थी. ऐसे में पुलिस दुकानदार को भीड़ से बचाकर अस्पताल पहुंचाया. पुलिस के मुताबिक मामले की जांच के लिए घटना स्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है.
एसएफआई ने जताया आक्रोश
घटना की जानकारी मिलने पर एसएफआई (स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया) की टीम पर मौके पहुंची. इस संगठन ने घटना की निंदा रते हुए कहा कि कथित गोरक्षक जान बूझकर नॉर्थ ईस्ट के लोगों को टारगेट कर रहे हैं. इनके खिलाफ राट्रीय राजधानी में छिपा एजेंडा चलाया जा रहा है. एसएफएआई ने पुलिस से से ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. उधर, पुलिस ने जवाब दिया है कि मामले की जांच कराई जा रही है. जो भी तथ्य सामने आएंग, उसके मुताबिक ही आगे की कार्रवाई होगी.